ChatGPT, Artifical Intelligence, AI, Open AI, Open Artifical Intelligence, ChatGPT Helps To Run Government
चैट जीपीटी ChatGPT, गूगल बार्ड जैसे चैटबॉट्स के दस्तक ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस Artifical Intelligence के नए युग की शुरूआत कर दी है। इन दिनों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर रिसर्च करने वाली कंपनी ओपन एआई द्वारा तैयार किए गए चैटबॉट चैटजीपीटी की चर्चाएं काफी तेज हो गई हैं। लॉन्च होने के महज 3 महीनों के अंदर इस प्लेटफॉर्म के साथ 100 मिलियन से ज्यादा यूजर्स जुड़ गए। यह चैटबॉट किसी भी विषय पर आर्टिकल लिखने से लेकर गणित की जटिल समस्याओं का समाधान कर सकता है।
इस चैटबॉट की असीम संभावनाएं हैं। यही एक बड़ी वजह है, जिसके चलते इसका उपयोग विभिन्न संस्थानों में किया जाने लगा है। कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि आने वाले समय में दुनिया के कई देशों की सरकारें भी इस तरह के चैटबॉट का इस्तेमाल सरकार चलाने में करेंगी। ये चैटबॉट सरकारी नीतियों के विश्लेषण करने से लेकर बड़ी मात्रा में डाटा का एनालिसिस करके उसमें से सरकार के लिए जरूरी जानकारी को सामने रखने में सक्षम होंगे। इसकी कवायद शुरू भी हो गई है।
जापान के कानागावा प्रांत के योकोसुका शहर ने इस बात की घोषणा की है कि शहर के प्रशासनिक कार्यों के लिए चैटजीपीटी का इस्तेमाल किया जाएगा। इस बात की घोषणा नगर पालिका की वेबसाइट पर किया गया है।
Big news came out about ChatGPT: The government of this country has taken a big decision regarding ChatGPT, know whether it will be used in India too!
कर्मचारियों को दिया गया निर्देश
शहर के सभी कर्मचारियों को चैट जीपीटी का इस्तेमाल करने का निर्देश दिया गया है। उन्हें कहा गया है कि सभी कर्मचारी इस चैटबॉट टूल का इस्तेमाल वाक्यों को संक्षिप्त और उसकी वर्तनी को ठीक करने में करें। इसके अलावा इस चैटबॉट टूल की मदद से नए आईडिया पर विचार करने के लिए भी कहा गया है।
डिजिटल प्रबंधन विभाग के अधिकारी ने कही ये बात
योकोसुका के डिजिटल प्रबंधन विभाग के प्रतिनिधि ताकायुकी समुकावा के मुताबिक ‘‘शहर में जनसंख्या कम हो रही है। वहीं कर्मचारियों की संख्या सीमित है। ऐसे में हमारा उद्देश्य है कि चैटजीपीटी जैसे इंफोर्मेशन कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी टूल का इस्तेमाल प्रशासनिक कार्यों में किया जाए।’’
उन्होंने यह भी बताया कि हम इस बारे में भी योजना बना रहे हैं कि दस्तावेजों को संक्षिप्त और उसको ड्राफ्ट करने के लिए चैटजीपीटी का इस्तेमाल करें। गौरतलब बात है कि योकोसुका पहला शहर है, जो सरकार चलाने के लिए चैटजीपीटी का इस्तेमाल कर रहा है। वहीं कुछ महीनों पहले इटली ने डाटा प्राइवेसी को लेकर चैटजीपीटी ब्लॉक कर दिया था।
भारत में क्या है स्थिति
वहीं बात अगर भारत की करें, तो बीते कुछ सालों में हमारे देश में डिजिटल इकोसिस्टम का विकास काफी तेजी से हुआ है। देश आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम तकनीक से लेकर डिजिटल के विभिन्न आयामों में काफी तेजी से आगे बढ़ रहा है। हालांकि, चैटजीपीटी जैसे टूल्स का इस्तेमाल सरकार चलाने में करने को लेकर अभी तक कोई योजना नहीं बनाई गई है। सरकारी तंत्र में इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल करने से प्राइवेसी से जुड़े कई खतरे भारत के सामने खड़े हो सकते हैं।
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