September 7, 2024

UP One India

Leading Hindi News Website

बार-बार चक्कर आना वर्टिगो के हैं संकेत, जानें इसके लक्षण और उपचार | UP ONE INDIA

बार-बार चक्कर आना वर्टिगो के हैं संकेत, जानें इसके लक्षण और उपचार | UP ONE INDIA

             यह एक बीमारी है जो कान के आंतरिक हिस्से में होती है। विशेषज्ञों का कहना है कि वर्टिगो वेस्टिबुलर सिस्टम में किसी प्रकार की समस्या आने से होती है जो मस्तिष्क को नियंत्रित करती है।
            वर्टिगो एक सामान्य बीमारी है। इस बीमारी में व्यक्ति को चक्कर आते हैं। साथ ही धरती घूमती हुई नजर आती है। जबकि कई अवसर पर व्यक्ति भक्त भी हो जाता है। उसे मानसिक ज्ञान का जरा भी स्मरण नहीं रह जाता है। इस दौरान मितली और उल्टी भी होती है। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है और ठीक नहीं हो रहा है, तो आपको जल्द ही डॉक्टर से मिलने की जरूरत है। इस प्रकार के लक्षण वर्टिगो के संकेत हैं। अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए, तो यह खतरनाक हो सकता है। आइए वर्टिगो के बारे में विस्तार से जानते हैं-
             वर्टिगो में चक्कर आने का मतलब ऊंचाई से डरना नहीं है। यह एक बीमारी है, जो कान के आंतरिक हिस्से में होती है। विशेषज्ञों का कहना है कि वर्टिगो वेस्टिबुलर सिस्टम में किसी प्रकार की समस्या आने से होती है, जो मस्तिष्क को नियंत्रित करता है। कभी-कभी यह बीमारी मस्तिष्क में असंतुलन की वजह से भी होती है।
वर्सेटैगो के लक्षण 

  • युक्ति को ठीक से सुनाई नहीं देती है
  • कान का बंद हो जाना
  • खाना खाने में परेशानी
  • त की बातें धुंधली दिखना
  • चक्कर आना
  • दिशा भोज हो
  • तेज सिर का दर्द होनाजी मचलाना
वर्सेटैगो के उपचार
             इस बीमारी में कान के आंतरिक हिस्से की एमआरआई की जाती है, जिससे वेस्टिबुलर सिस्टम के वर्तमान स्थिति के बारे में पता लगाया जाता है। अगर वर्टिगो प्राथमिक स्तर में है, तो दवाओं की मदद से ठीक किया जाता है। जबकि अंतिम स्तर पर रहने पर सर्जरी की जाती है। वैसे कान को नियमित देखभाल करने से इस बीमारी से बचा जा सकता है। इसके लिए कानों के वैक्स की अच्छी से सफाई होनी चाहिए। किसी भी ठोस पदार्थ को कानों में नहीं डालना चाहिए। जबकि कानों में अयल डॉ की सलाह के बाद ही डालें।
          डिस्क्लेमर: कहानी के सुझाव और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। उन्हें किसी डॉ या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉ की सलाह जरूर लें।

error: Content is protected !!