25 दिसंबर को पूरा विश्व क्रिसमस Christmas 2021 का त्यौहार सेलिब्रेट करने जा रहा है। हर साल ये फेस्टिवल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। शनिवार 25 दिसंबर को पूरा विश्व क्रिसमस Christmas 2021 का त्यौहार सेलिब्रेट करने जा रहा है। हर साल ये फेस्टिवल 25 दिसंबर को मनाया जाता है। वैसे तो ये त्यौहार ईसाई धर्म का प्रमुख फेस्टिवल है, लेकिन इसे बाकी धर्मों के लोग भी बड़े ही धूम-धाम से मनाते हैं। वहीं, अगर आपके मन में ये जानने की उत्सुकता है कि ये क्रिसमस Christmas 2021 क्यों मनाया जाता है? और इसकी शुरुआत कहां से हुई थी?
तो चलिए जानते हैं की क्रिसमस ( Merry Christmas, Christmas Day ) की शुरुआत कहां से हुआ एक बार ईश्वर ने ग्रैबियल नाम के अपने एक दूत को मैरी नाम की एक युवती के पास भेजा था। ईश्वर के दूत ग्रैबियल ने मैरी को जाकर कहा कि उसे ईश्वर के पुत्र को जन्म देना है। ये बात सुन मैरी चौंक गई क्योंकि वो कुंवारी था। उल्टा मैरी ने ग्रैबियल से पूछा कि ये किस तरह पॉसिबल होगा? तो ग्रैबियल ने जवाब देते हुए कहा कि ईश्वर सब ठीक करेगा। टाइम बीतता चला गया और फाइनली मैरी की शादी जोसेफ नाम के युवक के साथ हो गई। इस दौरान ईश्वर के दूत ग्रैबियल जोसेफ के सपने में आएं और उससे कहा कि जल्द ही मैरी प्रेग्नेंट होगी और उसे उसका खास ध्यान रखना होगा क्योंकि उसकी होने वाली संतान कोई और नहीं स्वयं ईसा मसीह या यीशु हैं।
क्रिसमस Christmas 2021 ईसा मसीह या यीशु के जन्म की खुशी में मनाया जाने वाला प्रमुख पर्व है और यह 25 दिसंबर को पड़ता है, इस दिन लगभग संपूर्ण विश्व मे अवकाश रहता है, क्रिसमस से 12 दिन के उत्सव क्रिसमसटाइड की भी शुरुआत होती है। एन्नो डोमिनी काल प्रणाली के आधार पर यीशु का जन्म, 7 से 2 ई.पू. के बीच हुआ था। 25 दिसंबर यीशु मसीह के जन्म की कोई ज्ञात वास्तविक जन्म तिथि नहीं हैं और लगता है कि इस तिथि को एक रोमन पर्व या मकर संक्रांति से संबंध स्थापित करने के आधार पर चुना गया है। आधुनिक क्रिसमस की छुट्टियों मे एक दूसरे को उपहार देना, चर्च मे समारोह और विभिन्न सजावट करना शामिल हैं।
इस सजावट के प्रदर्शन मे क्रिसमस का पेड़, रंग बिरंगी रोशनिमयाँ, बंडा, जन्म के झाँकी और हॉली आदि शामिल हैं। सांता क्लॉज़ (जिसे क्रिसमस का पिता भी कहा जाता है हालांकि, दोनों का मूल भिन्न है) क्रिसमस से जुड़ी एक लोकप्रिय पौराणिक परंतु कल्पित शख्सियत है जिसे अक्सर क्रिसमस पर बच्चों के लिए उपहार लाने के साथ जोड़ा जाता है। सांता के आधुनिक स्वरूप के लिए मीडिया मुख्य रूप से उत्तरदायी है। क्रिसमस Christmas 2021 को सभी ईसाई धर्म के लोग मनाते हैं। क्रिसमस के दौरान उपहारों का आदान प्रदान, सजावट का सामन और छुट्टी के दौरान मौजमस्ती के कारण यह एक बड़ी आर्थिक गतिविधि बन गया है और अधिकाँश खुदरा विक्रेताओं के लिए इसका आना एक बड़ी घटना है।
दुनिया भर के अधिकतर देशों में यह 25 दिसम्बर को मनाया जाता है। क्रिसमस की पूर्व संध्या यानि 24 दिसम्बर को ही जर्मनी तथा कुछ अन्य देशों में इससे जुड़े समारोह शुरु हो जाते हैं। ब्रिटेन और अन्य राष्ट्रमंडल देशों में क्रिसमस से अगला दिन यानि 26 दिसम्बर बॉक्सिंग डे Boxing Day के रूप मे मनाया जाता है। कुछ कैथोलिक देशों में इसे सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहते हैं। आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च 6 जनवरी को क्रिसमस Christmas 2022 मनाता है पूर्वी परंपरागत गिरिजा जो जुलियन कैलेंडर को मानता है वो जुलियन वेर्सिओं के अनुसार 25 दिसम्बर को क्रिसमस Christmas 2021 मनाता है, जो ज्यादा काम में आने वाले ग्रेगोरियन कैलेंडर में 7 जनवरी का दिन होता है क्योंकि इन दोनों कैलेंडरों में 13 दिनों का अंतर होता है।
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