कानपुर । अशोक नगर के चर्चित मसाला कारोबारी की पत्नी आंचल के मौत के मामले में पुलिस ने रविवार को मसाला कारोबारी और उसकी मां को दहेज हत्या के आरोप में जेल भेज दिया। इसके साथ ही आंचल के ननद और नंदोई को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। उधर महिला आयोग की एक टीम भी मौका-मुआयना करने के साथ ही पूरे मामले की जांच करने पहुंची।
कानपुर के हाईप्रोफाइल दहेज हत्याकांड की जांच करने रविवार दोपहर राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर और रंजना शुक्ला पीड़ित परिवार आंचल के घर काकादेव पहुंची। वहां पर महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर ने मृतका की माँ रीना और पिता पवन ग्रोवर हर संभव मदद का भरोसा दिया। बेटी की मौत पर माँ फूट-फूट कर रोई।मृतका की माँ ने पूनम कपूर को बताया कि,बीती 12 और 13 नवंबर को ससुराल में बेटी आँचल दहशत में थी उसको जान का खतरा था। जिस पर उन्होंने डाँयल 112 और वन स्टाँप सेंटर 181 पर फोन कर शिकायत दर्ज कराई थी। बताया कि,पुलिस आई और खानापूर्ति करके चली गई। मृतका के पिता का कहना है कि,अगर पुलिस ने उसी दिन पति सूर्यांश और उसकी माँ के खिलाफ कार्यवाई कर दी होती तो बेटी की जान बच जाती। पीड़ित परिवार की पूरी बात सुनने के बाद महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर ने 181 का पूरा ब्योरा तलब किया है। मृतका के पिता ने नजीराबाद पुलिस की कार्यशैली पर भी सवालिया निशान लगाए है।
पीड़ित पिता ने बताया कि,आँचल के दो साल के मासूम बेटे का रविवार को जन्मदिन था लेकिन उस दिन घर से उसकी माँ की अर्थी उठी। उन्होंने दो साल के मासूम अयांश की जान को खतरा बताया जिस पर राज्य महिला आयोग की सदस्य पूनम कपूर ने पीड़ित परिवार के आवास पर काकादेव थाने के अतिरिक्त प्रभारी को पुलिस कर्मी लगाने के निर्देश दिए। पीड़ित पिता का कहना है कि,अगर तीन दिन पहले राज्य महिला आयोग से मदद की गुहार लगाने पहुंच जाते तो बेटी आँचल की जान बच जाती।
नजीराबाद एसीपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि जांच में सामने आया है कि 12 नवंबर को झगड़े के बाद पति सूर्यांश और सास निशा खरबंदा घर छोड़कर योजनाबद्ध तरीके से चले गए थे। इतना ही नहीं दोनों ने अपना फोन भी स्विच ऑफ कर लिया था। इसके बाद से आंचल घर पर अकेले ही थी। पूछताछ में सूर्यांश ने पुलिस को पत्नी आंचल के कई वीडियो भी सौंपे हैं। इसमें आंचल पति और सास से मारपीट करने के साथ ही गाली-गलौज कर रही है। बताया कि आंचल की मारपीट से तंग होकर घर छोड़कर चले गए थे। पुलिस अब आरोपियों की जांच कर रही है कि आखिर घर छोडऩे के पीछे इनकी क्या मंशा थी? कहीं योजनाबद्ध तरीके से पूरे कांड को तो नहीं अंजाम दिया गया है? फोन क्यों स्विच ऑफ किया? आखिर घर के चप्पे-चप्पे पर इतने सीसीटीवी कैमरे लगाने की जरूरत क्यों पड़ गई? इन सब बिंदुओं की जांच कर रही है। इसके साथ ही सूर्यांश और निशा को पूछताछ के बाद कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।
नजीराबाद एसीपी संतोष सिंह ने बताया कि एफआईआर में नामजद आरोपी सूर्यांश की बहन अंकिता और उसके पति शहर के बड़े कारोबारी तेजूमल के बेटे पुनीत को हिरासत में लिया है। दोनों को अर्मापुर थाने में रखकर पूछताछ की जा रही है। एसीपी ने बताया कि अगर दोनों के खिलाफ साक्ष्य मिले तो उन्हें भी जेल भेजा जाएगा।
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