प्रयागराज। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध हालात में हुई मौत के मामले में आनंद गिरी और बड़े हनुमान मन्दिर के पुजारी आद्या तिवारी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। महंत की इच्छा के अनुसार उनके पार्थिव शरीर को बुधवार दोपहर में बाघम्बरी मठ परिसर में नींबू के पेड़ के नीचे भू-समाधि दी गई है।
जनपद के अल्लापुर स्थित बाघम्बरी मठ पर बीती सोमवार को महंत नरेंद्र गिरी का शव फांसी के फंदे से लटका मिला था। पुलिस ने मामले की जांच की और घटनास्थल से मिले सुसाइड नोट के आधार पर तीन लोगों को गिरफ्तार किया। आठ पन्नों के सुसाइड नोट में अपनी मौत का जिम्मेदार आनंद गिरी, बड़े हनुमान मन्दिर के पुजारी आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप पर लगाया था। पुलिस आनंद को हरिद्वार से गिरफ्तार कर प्रयागराज लेकर आयी थी जबकि आद्या तिवारी और उनके बेटे संदीप को पहले से ही हिरासत में ले रखा था। पूछताछ के बाद उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया था। बुधवार को आनंद गिरी और आद्या तिवारी को न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां उन्हें 14 दिन की न्याययिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। हालांकि संदीप के बारे में पुलिस कोई जानकारी नहीं दे रही है।
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