लखनऊ। विधानसभा में बुधवार को जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि राज्य में बाढ़ से किसानों की जो फसलें बर्बाद हुई हैं उसका सर्वेक्षण कराया जा रहा है और इसका मुआवजा दिया जाएगा।
बसपा विधानमंडल दल नेता नेता शाह आलम और उमाशंकर सिंह ने बुधवार को कार्य स्थगन प्रस्ताव के तहत सदन की कार्यवाही रोककर बाढ़ के मुद्दे पर चर्चा कराने की मांग की। जवाब में जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने कहा कि जिनकी फसल बाढ़ से बर्बाद हुई हैं, उसका सर्वेक्षण कराया जा रहा है और उन्हें मुआवजा दिया जाएगा। महेंद्र सिंह ने कहा कि अतिवृष्टि के बाद मध्यप्रदेश और राजस्थान से 25 लाख क्यूसेक पानी अचानक प्रदेश की चंबल नदी में छोड़ दिया गया, गंगा समेत अन्य नदियों में अचानक बाढ़ आ गयी। उन्होंने बाढ़ नियंत्रण के लिए सरकार प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि आज तक के इतिहास में बाढ़ बचाव के लिए इतना बेहतर प्रबंधन कभी नहीं किया गया। उसके पहले बसपा के उमाशंकर सिंह ने कहा, बाढ़ से सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हो गई और बहुत से मकान गिर गए। सरयू और गंगा नदी उफान पर हैं और जनहित के इस मामले पर चर्चा बहुत जरूरी है। बसपा सदस्यों की मांग पर बल देते हुए नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी ने जिन किसानों की फसल बबार्द हुई उनको मुआवजा देने की मांग की। चौधरी ने सपा सरकार में बाढ़ पीडि़तों को दिए गए राहत कार्यों की सराहना करते हुए भाजपा सरकार के राहत कार्यों को नाकाफी बताया।



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