भोपाल। एक समय प्रदेश के राजनीतिक और प्रशासनिक क्षेत्र में तगड़ी पकड़ रखने वाला प्यारे मियां अब मरते दम तक जेल में रहेगा। राजधानी की स्पेशल कोर्ट ने उसे अलग-अलग मामलों में उम्र कैद की चार सजा दी है। उसकी सहयोगी महिला स्वीटी विश्वकर्मा को भी 20 साल जेल की सजा दी गई है। प्यरे मियां के गलत काम में सहयोग करने वाले डॉक्टर हेमंत मित्तल को भी पाँच साल की सजा हुई है। राजधानी की स्पेशल जज कविता वर्मा ने सोमवार को यह फैसला सुनाया।
अभियुक्त प्यारे मियां जबलपुर जेल में बंद हैं। उसे वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया गया। प्यारे मियां नाबालिगों से दुष्कर्म और उनके यौन शोषण का आरोपी है। वह लम्बे समय से नाबालिग बच्चियों का यौन शोषण करता रहा है। पुलिस जांच में इस बात की पुष्टि हुई थी कि वह पिछले 30 से 40 साल से इस काम को अंजाम दे रहा है। प्यारे मियां के साथ भोपाल के कई सफेदपोश व्यापारी, राजनेता और अफसर भी इस गंदे काम में शामिल रहे हैं। प्यरे मियां को राजधनी में लंबे समय से हाई प्रोफाइल पार्टियां और इफ्तार दावत देता रहा है। उसकी इन दावत में कई आईएएस और आईपीएस अफसर भी शामिल होते रहे हैं। अभियोजन के अनुसार प्यारे मियां के खिलाफ राजधानी के शाहपुरा और रातीबढ़ थाने में नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म करने की शिकायत हुई थी। एक मामला कोहेफिजा में और एक इंदौर में भी दर्ज हुआ था।
सोमवार को जो फैसला आया है, वह शाहपुरा थाने से संबंधित है। प्यारे मियां को यौन शोषण के मामले में धारा 376 के तहत उम्र कैद की और एक लाख रुपए के जुर्माने की सजा दी गई है बच्चियों को बंधक बनाकर रखने के मामले में भी उसे अलग से उम्र कैद और एक लाख रुपए का जुर्माना किया गया है। बच्चियों को देह व्यापार में धकेलने के मामले में भी उसे उम्र कैद हुई है और नाबालिगों के साथ यौन शोषण के मामले में भी उसे उम्र कैद की सजा दी गई है। उसकी सजा अलग-अलग चलेंगी। इसका मतलब है प्यारे मियां मरते दम तक जेल में रहेगा। प्यारे मियां के ड्राइवर उवैस को उम्रकैद की दो सजा दी गई है। लड़कियों को बहला-फुसलाकर लाने की आरोपी स्वीटी विश्वकर्मा को 20 साल की सजा दी गई है। बच्चियों का गर्भपात कराने के आरोपी डॉ. हेमंत मित्तल को पाँच साल की सजा सुनाई गई है। जब पुलिस ने इंदौर और भोपाल में प्यारे मियां के ठिकानों पर दबिश दी तो पुलिस ये देखकर आश्चर्यचकित रह गई थी कि प्यारे मियां ने अपने ठिकानों पर गुप्त स्थान बनवा रखे हैं जहां वह रंगीन पार्टियां करता था। भाजपा और कांग्रेस नेताओं से भी प्यारे मियां के गहरे ताल्लुक थे। प्रशासनिक अधिकारी भी प्यारे मियां की पार्टियों में आते जाते रहते थे।
प्यारे मियां कांड 2020 का चर्चित मामला है। दो जुलाई 2020 ाके भोपाल पुलिस की पाँच लड़कियां संदिग्ध हालत में देर रात सड़क पर घूमती मिलीं थीं। इनमें चार नाबालिग लड़कियां शामिल थीं। जब इन लड़कियों से पुलिस ने पूछताछ की तब उस वक्त प्यारे मियां का नाम एक शैतान के तौर पर सबसे पहले सामने आया था। इन लड़कियों ने उस वक्त पुलिस को बताया था कि प्यारे मियां शराब पिलाकर उनके साथ दुष्कर्म किया था। लड़कियों ने इन सनसनीखेज खुलासे के बाद शुरु हुई जांच-पड़ताल ने आखिरकार प्यारे मियां को न्याय के कटघरे में खड़ा कर दिया था।
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